माननीय मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने झारखंड में पोषण सुधारों का नेतृत्व किया: पोषण माह 2024 की प्रगति की समीक्षा एवं कुपोषण मुक्त भारत के लिए प्रमुख पहलों की शुरुआत
भविष्य की नींव: श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने 'कुपोषण मुक्त झारखंड' कार्यक्रम में पोषण पर्याप्तता का समर्थन किया
महिला और बाल विकास मंत्री, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, मंगलवार को कोडरमा पहुंचीं और पोषण माह 2024 की प्रगति की समीक्षा की उन्होंने झारखंड में महिलाओं और बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार के लिए की जा रही पहलों का मूल्यांकन किया। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने कोडरमा में "कुपोषण मुक्त झारखंड" कार्यक्रम की अध्यक्षता भी की।
कार्यक्रम के दौरान, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने कुपोषण उन्मूलन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता रेखांकित किया और कहा, कि "महिला और बाल विकास मंत्रालय भविष्य की पीढ़ियों के संपूर्ण स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। हमारे कार्यक्रम, जैसे पोषण माह और मिशन सक्षम आंगनवाड़ी, कुपोषण के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण हैं। झारखंड के लोगों की सक्रिय भागीदारी से मैं उत्साहित हूं, और हम साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी बच्चा या महिला कुपोषण से पीड़ित न रहे।”
मंत्री ने पोषण माह 2024 की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर जोर दिया, जो छह मुख्य विषयों पर केंद्रित है: (1) एनीमिया, (2) वृद्धि निगरानी, (3) पूरक आहार, (4) बेहतर शासन के लिए प्रौद्योगिकी, (5) एक पेड़ माँ के नाम एवं (6) पोषण भी, पढ़ाई भी। उन्होंने झारखंड में पोषण माह उत्सव की सराहना की, जिसमें सभी 24 जिलों में 12.53 लाख से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गईं, जो समुदाय की पोषण में सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
इन पहलों के अलावा, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने पोषण माह 2024 के पर्यावरणीय पहलू पर प्रकाश डाला, जिसमें पूरे देश के 13.95 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया गया, और "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत 50 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं। मंत्री ने पोषण माह 2024 को बढ़ावा देने में विभिन्न मंत्रालयों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और आयुष के सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की।
अपनी यात्रा के दौरान, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर पांच जिलों में, जिनमें पश्चिम सिंहभूम भी शामिल है, आयुर्वेदिक प्रयासों के माध्यम से एनीमिया को दूर करने के लिए एक पायलट परियोजना की समीक्षा की। इसके साथ ही, उन्होंने रांची में पोषण ट्रैकर पहल के तहत राशन की डिलीवरी को ट्रैक करने के लिए दो-फैक्टर प्रमाणीकरण प्रणाली का उद्घाटन किया, जिससे यह राशन वितरण की व्यवस्था और पारदर्शी एवं दक्ष बनेगी।
अपनी यात्रा के समापन पर, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने विभिन्न मंत्रालयों एवं राज्यों के समन्वित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “कुपोषण मुक्त भारत एक सामूहिक जिम्मेदारी है। सभी की सक्रिय भागीदारी से, हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और देश के हर बच्चे और माँ के लिए एक स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के प्रति दृढ़संकल्पित हैं।” पोषण माह 2024 माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने की तरफ एक प्रमुख प्रयास है।
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